22 Aug 2011

||आप सभी भक्तों का स्वागत है || - प्रसार सेवा

                 बाबा घुइसरनाथ धाम की जय : जय माता दी: हर हर महादेव : बाबा कृपा करो
 
देवाधिदेव श्री घुश्मेश्वर नाथ महादेव का चरित्र ही सफलता का महा अनंत उदाहरण है। यह एक ऐसे देवता हैं जिनकी उपासना देव, दानव, नर, गंधर्व सभी करते हैं। बाबा अपने भक्तों की हर पुकार को सुनते हैं और उसकी श्रद्धा के अनुसार शीघ्र फल भी देते हैं।
     बाबा घुइसरनाथ धाम में श्री घुश्मेश्वर जी का दर्शन -पूजन करते समय एक आत्मीय सुख की अनुभूति होती है |यह बहुत बड़ी आस्था है जो भक्त की मनोकामना तुरंत ही बाबा की सेवा उपरान्त ही पूरी हो जाती है |

                                                    www.ghuisarnathdham.org






" भक्तों का कल्याण करने वाले बाबा घुइसरनाथ जी का मंदिर सई तट पर भक्तों को बरबस अपनी और खींचता रहा है | बाबा घुइसरनाथ धाम की पावन सीड़ियों पर हम सभी ने बचपन से मत्था टेका है |

          प्रसार मंच के माध्यम से बाबा की सेवा मन से करने का सुअवसर इस पावन महाशिवरात्रि पर हमे भी मिल रहा है "
 
बाबा घुइसरनाथ जी की सेवा के लिए खुला आमंत्रण -प्रसार समिति के माध्यम से आप बाबा घुइसरनाथ धाम में महाशिवरात्रि पर्व पर मात्र एक दिन की सेवा कर वर्ष भर का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं |

प्रसार समिति बाबा की सेवा के लिया प्रतिबद्ध है आपसे सुझाव और सहयोग की अपेक्षा है |

महा शिवरात्रि में बाबा की सेवा के लिए नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक करे|
http://ghuisarnathdham.com/hin/index.php?option=com_content&view=article&id=133&Itemid=105



 


बाबा घुइसरनाथ धाम की प्रसार सेवा का शुभारम्भ २ मार्च २०११

बाबा घुइसरनाथ धाम का पौराणिक,धार्मिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक प्रसार इन्टरनेट के माध्यम से अच्छी तरह से किया जा सकता है | अत: घुइसरनाथ धाम प्रसार समिति ने पहले बाबा घुइसरनाथ धाम की प्रसार सेवा में वेबसाइट समर्पित की जिसका उद्घाटन प्रमोद जी ने एकता महोत्सव २०११ में किया | मंदिर प्रशासन के तत्कालीनमुख्य महंथ श्री शिव मूर्ति गिरी जी ने बाद में इसे बाबा घुइसरनाथ धाम की वेबसाइट के रूप में लिखित स्वीकृति प्रदान कर समिति को मंदिर प्रशासन की तरफ से स्वीकृत किया | बाबा घुइसरनाथ धाम प्रसार समिति से लगा तार लोग जुड कर अपने सुझाव और अपनी आकांक्षाओं से हमें अवगत करा रहे हैं |

   घुइसरनाथ धाम प्रसार समिति का मुख्य लक्ष्य बाबा घुइसरनाथ धाम को उसकी पौराणिक और दिव्य अध्यात्मिक पहचान भारत में ही नहीं अपितु विश्व में दिलवाना है |

8 Aug 2011

कैसे पहुचें बाबा नगरी ,प्रतापगढ़ (उ.प्र.)


●●●●●●▬▬▬▬▬▬۩कैसे पहुचें۩▬▬▬▬▬●●●●●●●●●●

श्रीमन महामहीम भारतवर्षे मध्ये, बेल्हा प्रतापगढ़ पश्चिमोत्तर भागे |
सत्यास्तटे विकटे निकटे वनस्थली, घुश्मेश्वरम् स्वयमेव प्रकटेव शम्भो||
आप घुइसरनाथ धाम विभिन्न मार्गो से पहुँच सकते हैं, हम आपको बाबा घुइसरनाथ पहुंचने का मार्गदर्शन बस, रेल और हवाई यात्रा तीनो सुविधाओ से कर रहे हैं – 


घुइसरनाथ धाम देश कर हर कोने से आराम से यहाँ आया जा सकता है | बस, रेल और हवाई यात्राओ के जरिये देश विदेश के किसी कोने से यहाँ सुगमता से पहुचा जा सकता है |

बस सुविधा :
बाबा धाम राजमार्ग 36 से जुड़ा है जिससे कि बस की सुविधा बहुत ही सुगम और आसान है | विभिन्न बड़े शहरों से घुइसरनाथ की दूरी - आगरा 494 किमी, इलाहाबाद 88 किमी, भोपाल 588 किमी, कानपूर 253 किमी, लखनऊ 145 किमी है |

रेल सुविधा :
अमेठी और प्रतापगढ़ घुइसरनाथ के करीबी रेलवे स्टेशन है , धाम पहुँचाने के लिए आप कुंडा रेलवे स्टेशन पर भी उतर सकते हैं | धाम से दोनो रेलवे स्टेशनों की दूरी मात्र 32 किमी है |कुंडा स्टेशन से भी आसानी से पंहुचा जा सकता है |
काशी विश्वनाथ, पद्मावत एक्सप्रेस,हावड़ा अमृतसर मेल, गरीब रथ, भोपाल एक्सप्रेस, नीलांचल एक्सप्रेस, सरयू एक्सप्रेस, ऊंचाहार एक्सप्रेस,नौचंदी एक्सप्रेस, साकेत एक्सप्रेस, उद्योग नगरी एक्सप्रेस ट्रेन आदि द्वारा घुइसरनाथ धाम तक पहुचा जा सकता है |

हवाई यात्रा :
इलाहाबाद (बमरौली), वाराणसी और लखनऊ (अमौसी) अन्तर्राजीय हवाई अड्डे द्वारा घुइसरनाथ धाम पहुंचा जा सकता है |
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2 Aug 2011

महाशिवरात्रि पर पावन नगरी घुइसरनाथ धाम -2013

महाशिवरात्रि पर पावन नगरी बेल्हा (प्रतापगढ़) के पांचों धाम(बेलखरनाथ धाम , भयहरणनाथ धाम , बालेश्वरनाथ धाम , घुश्मेश्वरनाथ धाम और हौदेश्वरनाथ धाम) पर अनगिनत संख्या में शिवभक्त जलाभिषेक करते हैं । वैसे तो पूजन-अनुष्ठान का सिलसिला सुबह से शुरू होकर यह दिन भर चलता है , लेकिन सूर्योदय से पहले और प्रदोष काल के गोधूलि बेला में जलाभिषेक का खास महत्व होता है|
 फागुन की शिवरात्रि विशेषा | सब पूजहि जुही सविधि महेशा || 
अति दयालु भोले भण्डारी | शिव भोला दीनन हितकारी ||
                                                          हाशिवरात्रि २०१3 फोटो 


धाम में रात्रि से ही भगवान घुश्मेश्वर जी का दर्शन और उनका जलाभिषेक करने के लिए भक्त आने शुरू हो जातें हैं और सुबह तक मंदिर का फाटक खुलने का इन्तजार करते हैं फिर सर्वप्रथम घुश्मेश्वर भगवान प्रिय पुजारी श्री भाल गिरी जी घुइसरनाथ जी पर प्रथम पूजन-अर्चन और जलाभिषेक करते हैं |इसके बाद भगवान के दर्शन और जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक का सिलसिला शुरू होता है जो अगले दो दिन तक थमने का नाम नहीं लेता है| लाखों करोड़ो भक्त बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आनुशासित तरीके से “बोल-बम के जयकारे - ओम नमः शिवाय,बोल बम का नारा है, बाबा तेरा सहारा है,बोलो घुइसरनाथ के बाबा की जय,हर हर महादेव” का जयकारा करते हुए भगवान घुश्मेश्वर जी का दर्शन और जलाभिषेक करते हैं |भीड़ इतनी होती है की प्रशासन के पसीने छोट जातें हैं |


बाबा घुश्मेश्वर जी का जलाभिषेक के दौरान किसी तरह का व्यवधान न आए इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं। बाबा धाम पर श्रद्धालू श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पीएसी बल व पुलिस बल तैनात किया जाता है। सबसे बड़ी सुविधा तो वंहा के निवासियों द्वारा प्रदान की जाती है |जिन्होंने भक्तो की सेवा के लिए  समूह गठित किया है जो पुलिस प्रसाशन के साथ मिल कर अनुसाशित ढंग से भक्तों को हर तरह की परेशानी से बचाते हैं | सुविधा पूर्वक दर्शन एवं जलाभिषेक करने के लिए बैरीकेडिंग भी की जाती है।

1 Aug 2011

धाम में सुविधाएं श्रद्धालुओं को आनंद प्रदान करती हैं



●●●●●●●▬▬▬▬▬▬۩धर्मशाला۩▬▬▬▬▬●●●●●●●●●●
बाबा घुइसरनाथ धाम अवध क्षेत्र  का प्रमुख तीर्थ स्थल है अत: धाम वातावरण  हमेशा भक्तिमय  और श्रद्धालुओं  से भरा  रहता है | यातायात की विकसित सुविधा होने से भक्तगण आराम से दर्शन कर घर को प्रस्थान कर जाते हैं | परन्तु सुदूर क्षेत्र के श्रद्धालुओं के रुकने व आराम करने के लिए भारी तादात में बरामदे  व  कुछ धर्मशालाएं बनी हुई है ,जिनमे ठहरने का कोई शुल्क नहीं लिया जाता | धर्मशाला के संचलान एवं देखरेख का कार्य मंदिर प्रसाशन देखते हैं | श्रद्धालुओं  के भोजन से लेकर  उनके  पूजन अर्चन तक की व्यवस्था  प्रसाशन ही प्रबंधित करते हैं | किसी भी प्रकार की सहायता के लिए घुइसरनाथ धाम के वासी हमेशा तत्पर रहते हैं |

किसी भी प्रकार की धर्मशाला सहायता के लिए आप मंदिर प्रसाशन से संपर्क कर सकते हैं |
         ●●●●●●●●▬▬▬▬▬▬۩ गंगा सरोवर ۩▬▬▬▬▬●●●●●●●●●●
बाबा घुइसरनाथ धाम में बाबा श्री घुश्मेश्वर के जलाभिषेक के लिए बाबा भोले की जटा में विराजित माँ गंगा के जल सेस्नानित करने के लिए गंगा सरोवर का निर्माण कराया गया है हर सोमवार को सुबह गंगा सरोवर को गंगा जल से भरा जाता है और भक्त इस जल से श्री घुश्मेश्वर जी का जलाभिषेक करते है यह सुविधा साल के १२ महीने भक्तो के लिए उपलब्ध रहती है |
       गंगा सागर का निर्माण सन् २००० में किया गया जिससे बाबा घुइसरनाथ धाम कि सुंदरता और भी बढ़ गयी |
     ●●●●●●●▬▬▬▬▬▬۩ शिवालय सरोवर ۩▬▬▬▬▬●●●●●●●●●●
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भगवान घुश्मेश्वर का पवित्र धाम, घुइसरनाथ धाम सई नदी के किनारे स्थित है | पूर्वजो के अनुसार सई नदी का जल निर्मल, स्वक्छ और मीठा था | लेकिन विज्ञानं के इस दौर में, मिलो के बहते पानी की वजह से नदियों का अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है | सई नदी का पावन जल, रायबरेली में स्थित मिलो के प्रदूषित जल से गंदा हो रहा है |भगवान घुश्मेश्वर को जल चढाने से पहले भक्तो को सई नदी के दूषित जल में स्नान करना पड़ता था | पर्यटन विभाग ने इस समस्या का निराकरण बाबा घुइसरनाथ धाम में सरोवर को निर्मित करके किया | आज भक्तो हेतु जलाभिषेक से पूर्व नहाने के लिए सरोवर के स्वक्छ जल की सुविधा उपलब्ध है |  
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